बारात

बारात

जब मैं किसे की बारात से
लोटकर आऊँ सूं तो ,
मेरी माँ नू ज़रूर पूछेगी की ,
दुल्हन सुथरी थी या भुंडी थी |

आजकाल

आजकाल

आजकाल की छोरिया भी
छोरेया से घाट कोणया
जब तलक इक रहपटो ना खाये से
घर के किसी काम ते हाथ ना लाये से |

गुलाब का फूल

गुलाब का फूल

पत्नी के गाल पर गुलाब का फूल मारने पर
शहरी वाइफ़ - यू आर सो नोटी |
पंजाबी वाइफ़ - तुस्सी बड़े मज़ाकिया हो जी |
हरयानवी वाइफ़ - आँख फूट जागी के मारण लाग रा |